इस्लामाबाद:कश्मीर परपाक पीएम इमरान का नया पैंतरा, 5 फरवरी को कश्मीरियों के लिए एकजुट होने की अपील
इस्लामाबाद।यूएन सिक्यॉरिटी कॉउंसिल में कश्मीर पर चर्चा कराने में नाकाम रहने के बाद हताश इमरानखान ने नई चाल चली है। नया पैंतरा पाकिस्तानी अवाम को कश्मीर पर बरगलाने का है। पाकिस्तानीप्रधानमंत्री ने कहा है कि कश्मीर के लोगों के समर्थन में 5 फरवरी को जनता घरों सेबाहर निकले। पाकिस्तान में 5 फरवरी कश्मीर डे के तौर पर मनाया जाता है। एक तरफ तो इमरानपाकिस्तान की आर्थिक तरक्की के लिए भारत के साथ संबंध में सुधार की जरूरत बताते हैंतो दूसरी तरफ वह अपने यहां पाले आतंकवादियों के दबाव में भी दिखते हैं।
इमरान खानने मोदी सरकार को फासिस्ट करार देते हुए ट्वीट किया, 'मैं चाहता हूं कि पाकिस्तानीघर (वतन) में और विदेशों में 5 फरवरी को 80 लाख कश्मीरियों के समर्थन में एकजुट हों।जिन्हें (कश्मीरियों) 9 लाख भारतीय सैनिकों के द्वारा पिछले छह महीने से मोदी की फासिस्टसत्ता में दबाया जा रहा है।' इससे पहले भी कई बार इमरान खान कश्मीरियों के समर्थन मेंजुटने का आह्वान अपने देश के नागरिकों से कर चुके हैं।
इससे पहले,आर्थिक बदहाली के शिकार पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने
कहा था किजब भारत के साथ उनके देश का रिश्ता सामान्य हो जाएगा तब दुनिया को पाक के सही आर्थिकक्षमता का अहसास होगा। वर्ल्ड इकनॉमिक फोरम (डब्ल्यूईएफ) में पाकिस्तान के पीएम नेयह भी कहा कि शांति और स्थिरता के बिना आर्थिक विकास संभव नहीं है।
इमरान ने चीन का शह हासिल कर कश्मीर का मुद्दा यूएनसिक्यॉरटी कॉउंसिल में उठाने की कोशिश की थी, लेकिन एक साल में दूसरी बार मात मिली15 जनवरी को न्यू यॉर्क में कॉउंसिल के 15 देशों ने इसे अंतरराष्ट्रीय मुद्दा माननेसे इनकार कर दिया। चीन के अलावा किसी ने उसका साथ नहीं दिया। फ्रांस और अमेरिका खुलकरभारत के पक्ष में बोले।
कश्मीर सेधारा 370 हटने के बाद से ही पाकिस्तान बौखलाया हुआ है। इमरान तो जंग तक की धमकी देचुके, लेकिन कर कुछ नहीं पाए और अब विपक्षी पाकिस्तानी पीपुल्स पार्टी के निशाने परहैं। खुद उनकी पार्टी तहरीके इंसाफ पाकिस्तान के वर्कर्स का दबाव इमरान पर है। इमरानको सबसे बड़ा झटका तब लगा जब सऊदी क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान ने भी उन्हें तवज्जोनहीं दी। वहीं नरेंद्र मोदी को सऊदी अरब के सबसे बड़े सम्मान से नवाजा गया। इमरान सिर्फमलयेशिया का समर्थन हासिल कर सके।
स्विट्जरलैंडके शहर दावोस में आयोजित विश्व आर्थिक सम्मेलन से इतर एक इंटरव्यू के दौरान पीएम इमरानबुरी तरह घिर गए। जब वह कश्मीर और भारत के मुसलमानों का राग छेड़ रहे थे, तभी एंकरने उनसे उइगर मुसलमानों पर सवाल पूछ लिया। जब इमरान ने इस सवाल पर कन्नी काटनी चाहीतो एंकर ने सीधा-सीधा कहा कि आप इसलिए उइगर मुसलमानों के बारे में नहीं जानना चाहतेहैं क्योंकि चीन से आपके आर्थिक संबंध हैं।
कश्मीर मुद्देपर अंतरराष्ट्रीय सहयोग नहीं मिलने की बात खुद इमरान खान मान चुके हैं। सितंबर मेंएक कार्यक्रम में उन्होंने स्वीकार किया था कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय से कश्मीर पर पाकिस्तानको समर्थन नहीं मिला। हालांकि, इमरान और उनके मंत्री लगातार ट्विटर पर भारत और कश्मीरको लेकर आग उगलते रहते हैं।