नई दिल्ली:एनआईए कीवॉन्टेड लिस्ट में पाक राजनयिक, 26/11 जैसे आतंकी हमले की साजिश का आरोप
नई दिल्ली।ऐसा शायद पहली बार ही हुआ है, राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने पाकिस्तानी डिप्लोमैटको अपनी वॉन्टेड लिस्ट में शामिल किया है और उनकी जानकारी हासिल करने के लिए फोटो जारीकिया है। एनआईए ने आमिर जुबैर सिद्दीकी समेत दो अन्य पाकिस्तानी अधिकारियों को इस लिस्टमें शामिल किया है। आमिर जुबैर सिद्दीकी कोलंबो स्थित पाकिस्तानी उच्चायोग में वीजाकाउंसलर के तौर पर तैनात हैं। इन लोगों पर अमेरिका और इजरायल के दूतावासों पर26/11 जैसे आतंकी हमले की साजिश रचने का आरोप है। इसके अलावा दक्षिण भारत में सेनाऔर नेवी की कमांड्स पर भी 2014 में हमले की साजिश रचने का आरोप है।
एनआईए काकहना है कि श्रीलंका स्थित उच्चायोग में तैनात एक और पाकिस्तानी अधिकारी इस साजिश मेंशामिल था। एनआईए ने इन्हें अपनी वॉन्टेड लिस्ट में तो शामिल किया ही है, इसके अलावाएजेंसी इनके खिलाफ इंटरपोल से रेड कॉर्नर नोटिस जारी करने की भी मांग करेगी। कहा जारहा है कि लिस्ट में शामिल आमिर जुबैर सिद्दीकी को पाकिस्तान ने स्वदेश वापस बुला लियाहै। एनआईए ने फरवरी में सिद्दीकी के खिलाफ चार्जशीट तैयार की है, लेकिन अन्य तीन लोगोंकी पहचान नहीं हो पाई है।
सिद्दीकीके अलावा जिन दो अन्य लोगों को वॉन्टेड लिस्ट में रखा गया है, वे पाकिस्तानी इंटेलिजेंसऑफिसर हैं। इन्होंने अपने उपनाम 'विनीत' और 'बॉस उर्फ शाह' रख रखे हैं। एक अधिकारीने बताया कि यह पहला मौका है, जब भारत ने किसी पाकिस्तानी डिप्लोमैट का नाम वॉन्टेडलिस्ट में रखा है और उसके खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस की मांग की है। एनआईए के मुताबिककोलंबो में काम करने के दौरान पाकिस्तानी अधिकारियों ने अपने एजेंट्स के जरिए चेन्नैमें महत्वपूर्ण स्थानों पर हमले करने की साजिश रची थी।
आरोपों केमुताबिक सिद्दीकी ने श्री लंका के मुहम्मद साकिर हुसैन, अरुण सेल्वाराज, सिवबालन औरतमीम अंसारी समेत कई अन्य लोगों को इसके लिए हायर किया गया था। इन सभी को एजेंसियोंने गिरफ्तार कर लिया था। एनआईए का दावा है कि सिद्दीकी और अन्य पाक अधिकारियों ने इनलोगों को भर्ती करने के बाद उन्हें डिफेंस से जुड़े प्रतिष्ठानों की जानकारी हासिलकरने का काम सौंपा। इसके अलावा न्यूक्लियर प्रतिष्ठानों और सेना की मूवमेंट की तस्वीरेंखींच कर भेजने को कहा।